पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग,

उत्तर प्रदेश सरकार, भारत

श्री योगी आदित्यनाथ

माननीय मुख्यमंत्री,उत्तर प्रदेश

श्री दारा सिंह चौहान

माननीय मंत्री,वन विभाग

संक्षिप्त इतिहास

उत्तर प्रदेश में राज्य वन अनुसंधान का कार्य वर्ष 1918 में राज्य वन वर्धनिक के रूप में श्री स्मिथीज‚ भा० व०से० की तैनाती के साथ प्रारम्भ हुआ। कालान्तर में वन अनुसंधान की गतिविधियों में विस्तार की प्रक्रिया में दो और वन वर्धनिक की तैनाती की गई। वन क्षेत्रों की उत्पादन की वृद्धि की महती आवश्यकता को अनुभव किया गया व इस दिशा में सघन कार्य हेतु वर्ष 1970 में कानपुर में राज्य वन अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित की गई जिसको वर्ष 1993 में राज्य वन अनुसंधान संस्थान‚ उ०प्र० के रूप में उच्चीकृत किया गया।

वन अनुसंधान संस्थान की भौगोलिक स्थिति
स्थान:

अक्षॉश– 26° 28’ उत्तर
देशान्तर– 80° 24’ पूर्व
समुद्र तल से उॅचाई– 152 मीटर
समीपस्थ हवाई अड्डा– चकेरी कानपुर से दूरी 20 किमी० एवं अमौसी‚ लखनऊ दूरी लगभग 80 किमी०
रेलवे स्टेशन– कानपुर सेन्ट्रल‚ दूरी लगभग 11 किमी०

उत्क्रम क्षेत्र:

प्रदेश में वन अनुसंधान के प्रमुख उत्क्रम क्षेत्र निम्न हैं –

  • वृक्ष सुधार कार्यक्रम के माध्यम से वनों की उत्पादकता में वृद्धि।
  • उच्च गुणवत्ता के बीज की आपूर्ति।
  • दुर्दम्य क्षेत्रों के लिए उपयुक्त रोपण तकनीक के विकास।
  • वृक्षारोपण की दृष्टि से समस्याग्रस्त क्षेत्रों हेतु उपयुक्त रोपण तकनीकों का विकास।
  • औषधीय पौधों का उनके प्राकृतिक क्षेत्रों के भीतर एवं अन्यत्र संरक्षण।
  • उपयुक्त कृषि वानिकी माडलों का विकास।
  • तकनीकी बुलेटिनों का प्रशिक्षण प्रकाशन के माध्यम से परिणाम का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही लैब leafets देश के लिए।