वानिकी प्रशिक्षण संस्थान‚ कानपुर के सम्बन्ध में संक्षिप्त विवरण
वानिकी प्रषिक्षण संस्थान, कानपुर की स्थापना वर्श 1988 में तत्कालीन अविभाजित उ0प्र0 में किदवईननगर, कानपुर में हुई।
चॅूकि अविभाजित उ0प्र0 में वन रेंजरों/वन क्षेत्राधिकारियों को प्रषिक्षण देने का कार्य वानिकी प्रषिक्षण संस्थान हल्द्वानी द्वारा किया जा रहा था
तथा वन रक्षकों को प्रषिक्षण देने हेतु प्रदेष में विभिन्न स्थानों पर वन रक्षक प्रषिक्षण केन्द्र स्थापित थे, अतः वानिकी प्रषिक्षण संस्थान
कानपुर की भूमिका वनविदों को आधारभूत तथा पुर्नअध्ययन प्रषिक्षण देने तक सीमित थी ।
वर्श 2001 में उ0प्र0 राज्य के विभाजन के फलस्वरूप वानिकी प्रषिक्षण संस्थान हलद्वानी उत्तराखंड राज्य को हस्तांतरित हो गया।
अतः वानिकी प्रषिक्षण संस्थान कानपुर के साथ वनों के प्रबन्ध से संबंधित प्रषिक्षण की नई/महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों जुड़ गई ।
उल्लेखनीय है कि बदलते परिवेष में वन/प्राकृतिक संसाधनों के प्रबन्ध की धारणाओं में कई मौलिक परिवर्तन हुए
जिनके लिए प्रषिक्षण अत्यंत आवष्यक था।
पौधषाला तकनीक में विकास, सूचना प्रोद्योगिकी में अभूतपूर्व विकास, भारतीय वन अधिनियम को प्रभावी बनाने हेतु
उ0प्र0 राज्य में किये गये नवीन संषोधन आदि कारणो से यह अत्यन्त आवष्यक हो गया है कि वन विभाग के विभिन्न स्तर के
अधिकारियों/कर्मचारियों, ग्राम वन समिति के सदस्यों, वनों/प्राकृतिक संसाधनों के प्रबन्धन से जुड़े व्यक्तियो/संस्थाओं को
नियमित रूप से इस संस्थान के माध्यम से प्रषिक्षण प्रदान किया जाय। इस उद्देष्य को ध्यान में रखते हुये वर्श 2001 में
उ0प्र0 षासन द्वारा संस्थान में सोसाइटीज रजिस्ट्रेषन एक्ट के अन्तर्गत भूमि, जल, वानिकी प्रषिक्षण एवं प्रबन्धन केन्द्र
(सी0एम0एफ0) नाम एक संस्था की स्थापना की गयी।
इस प्रकार वर्तमान में इस संस्थान में कार्यरत दो इकाईयों (वानिकी प्रषिक्षण संस्थान, कानपुर एवं सी0एम0एफ0 कानपुर)
द्वारा प्रषिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।
प्रशिक्षण संस्थान के उद्देश्य
संक्षिप्त में इस संस्थान के निम्नलिखित मुख्य उद्देष्य हैं -
- विभाग में नवनियुक्त फील्ड कर्मचारियों का आधारभूत/इन्डक्सन प्रषिक्षण आयोजित करना।
- रेंज स्तर से प्रोन्नत प्राप्त फील्ड अधिकारियों/कर्मचारियों का रिफे्रषर प्रषिक्षण आयोजित करना।
- शासन के निर्देषन में स्थापित सी0एम0एफ0 संस्था द्वारा वन, भूमि एवं जल के
प्रबन्धन से संबंधित प्रषिक्षण/अनुसंधान में सहयोग प्रदान करना। विकास कार्यों में समन्वय के दृश्टिकोण से
वन विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु विभिन्न विशयों पर समय≤ पर कार्यषाला/प्रषिक्षण
कार्यक्रम आयोजित करना।
उपलब्ध संसाधन
व्याख्यान कक्ष–05 क्षमता
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200 प्रशिक्षार्थी
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ओडिटोरियम –01 क्षमता
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200 प्रशिक्षार्थी
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छात्रावास (स्टाफ ⁄ प्रशिक्षार्थी + अधिकारी)
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90+20=110
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अधिकारी छात्रावास
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(10 कमरें) वातानुकूलित
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कम्प्यूटर
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31 सेट्स
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पुस्तकालय
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लगभग 6500 पुस्तकें
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खेल की सुविधायें
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आउटडोर एवं इनडोर खेल के लिये उपलब्ध है
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संस्थान में 03 बसें क्षेत्रीय भ्रमण हेतु उपलब्ध है।